Nitish Kumar बनेंगे बिहार के मुख्यमंत्री : 10वीं बार सत्ता की कमान संभालने की तैयारी

बिहार की राजनीति में एक बार फिर बड़ा मोड़ देखने को मिला है, जहां जनता दल (यूनाइटेड) के नेता और अनुभवी राजनेता नीतिश कुमार ने एक बार फिर सत्ता में वापसी का रास्ता साफ कर लिया है।

 

Nitish Kumar बनेंगे बिहार के मुख्यमंत्री : 10वीं बार सत्ता की कमान संभालने की तैयारी

NDA की बैठक में शामिल भारतीय जनता पार्टी (BJP), लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास), हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा और राष्ट्रीय लोकमत पार्टी सभी ने नीतिश कुमार के अनुभव और नेतृत्व क्षमता पर भरोसा जताया। इसके साथ ही तय हो गया कि वे एक बार फिर राज्य की बागडोर संभालने वाले हैं। Nitish Kumar बनेंगे बिहार के मुख्यमंत्री : 10वीं बार सत्ता की कमान संभालने की तैयारी को लेकर पूरे राज्य में राजनीतिक चर्चाएँ तेज हो गई हैं।

नई सरकार के गठन के लिए शपथ ग्रहण समारोह गुरुवार को आयोजित किया जाएगा, जिसमें नीतिश कुमार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। इस बार उनके साथ भारतीय जनता पार्टी की ओर से सम्राट चौधरी उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। हालांकि, मंत्रिमंडल में किन नेताओं को शामिल किया जाएगा, इस पर अभी आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। माना जा रहा है कि NDA इस बार एक संतुलित और मजबूत टीम तैयार करने की कोशिश करेगा, ताकि प्रशासनिक स्थिरता और विकास की गति में कोई बाधा न आए।

इस विधानसभा चुनाव में NDA ने शानदार प्रदर्शन किया। 243 सदस्यों वाली बिहार विधानसभा में गठबंधन ने 202 सीटें जीतकर जबरदस्त बढ़त हासिल की। जेडीयू ने 85 सीटें जीतीं, जबकि भाजपा 89 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। सहयोगी दल LJP(RV), HAM और RLM को भी उल्लेखनीय सफलता मिली। इस जीत ने नीतिश कुमार की राजनीतिक पकड़ और NDA की लोकप्रियता दोनों को मजबूत किया है। नतीजे आने के बाद से ही यह स्पष्ट था कि Nitish Kumar बनेंगे बिहार के मुख्यमंत्री : 10वीं बार सत्ता की कमान संभालने की तैयारी अब सिर्फ एक औपचारिकता रह गई है।

दिन में पहले, जेडीयू की ओर से भी ऐलान कर दिया गया था कि पार्टी नीतिश कुमार के नेतृत्व में ही आगे बढ़ेगी। पार्टी के भीतर कोई मतभेद न होने से उनके नेतृत्व को मजबूत समर्थन मिला। जेडीयू का यह एकजुट रुख NDA की स्थिरता के लिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

दूसरी ओर, विपक्षी महागठबंधन को इस चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने 25 सीटें जीतीं, कांग्रेस सिर्फ 6 सीटों पर सिमट गई, जबकि CPI(ML) (L) के खाते में 2 सीटें आईं। इसके अलावा भारतीय इंक्लूसिव पार्टी (IIP) और CPI(M) को 1-1 सीट मिली। AIMIM ने इस बार 5 सीटों पर कब्जा किया, जबकि बहुजन समाज पार्टी (BSP) को 1 सीट पर जीत मिली। विपक्ष का प्रदर्शन उम्मीदों से काफी कम रहा, जिससे राजनीतिक समीकरणों में बड़ा बदलाव दिखा।

बिहार में यह चुनाव दो चरणों में 6 और 11 नवंबर को संपन्न हुए। इस बार राज्य में 67.13% मतदान हुआ, जो 1951 के बाद से सबसे अधिक है। खास बात यह रही कि महिलाओं ने पुरुषों की तुलना में अधिक मतदान किया—महिलाओं का मतदान प्रतिशत 71.6% जबकि पुरुषों का 62.8% रहा। यह रुझान दर्शाता है कि राज्य में राजनीतिक जागरूकता बढ़ रही है और महिलाओं की नई भूमिका महत्वपूर्ण होती जा रही है।

इतिहास गवाह है कि नीतिश कुमार ने बिहार में कई बार गठबंधन बदले, लेकिन उनकी प्रशासनिक क्षमता पर शायद ही किसी ने सवाल खड़ा किया हो। सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य और महिला उत्थान जैसे क्षेत्रों में उनके कार्यकाल के दौरान कई महत्वपूर्ण पहल देखने को मिलीं। इसी वजह से आज भी उनका नाम एक विश्वसनीय नेता के रूप में लिया जाता है। इसलिए यह कहना गलत नहीं होगा कि Nitish Kumar बनेंगे बिहार के मुख्यमंत्री : 10वीं बार सत्ता की कमान संभालने की तैयारी एक स्वाभाविक राजनीतिक प्रक्रिया बन चुकी है।

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि नीतिश कुमार का यह कार्यकाल काफी महत्वपूर्ण होने वाला है, क्योंकि राज्य विकास के कई मोड़ों पर खड़ा है। बेरोज़गारी, कृषि सुधार, शिक्षा की गुणवत्ता, स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार, और बुनियादी ढांचे का आधुनिकीकरण जैसे मुद्दे उनकी सरकार के सामने बड़ी चुनौती होंगे। NDA की व्यापक जीत दिखाती है कि जनता ने उनसे एक बार फिर उम्मीदें बांधी हैं।

इस समय बिहार की राजनीति एक नए अध्याय की शुरुआत कर रही है। नीतिश कुमार के नेतृत्व में NDA सरकार से लोगों को काफी अपेक्षाएँ हैं। वे अपनी पहचान "सुशासन के मसीहा" के रूप में दोबारा स्थापित करना चाहते हैं। और यही वजह है कि Nitish Kumar बनेंगे बिहार के मुख्यमंत्री : 10वीं बार सत्ता की कमान संभालने की तैयारी केवल एक राजनीतिक घोषणापत्र नहीं, बल्कि एक बड़े जनादेश का प्रतीक भी है।

बिहार की जनता अब यह देखना चाहेगी कि यह नई सरकार किस तरह से राज्य को मजबूत दिशा देती है। चाहे वह रोजगार के अवसर हों, किसानों की समस्याएँ हों, या फिर कानून व्यवस्था—हर क्षेत्र में नई सरकार की परीक्षा होगी। लेकिन नीतिश कुमार के अनुभव और NDA की व्यापक जीत यह संकेत देती है कि आने वाला समय बिहार के लिए कई नए फैसले और बदलाव लेकर आएगा।

अंत में, यह कहना सही होगा कि Nitish Kumar बनेंगे बिहार के मुख्यमंत्री : 10वीं बार सत्ता की कमान संभालने की तैयारी एक ऐतिहासिक क्षण है, जो बिहार की राजनीति में उनकी अद्वितीय पकड़ और जनता के भरोसे का प्रमाण है।


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