जानिए: नीतीश कैबिनेट में किसे कौन-सा विभाग मिला 2025
बिहार की राजनीति एक बार फिर सुर्खियों में है, क्योंकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी दसवीं बार सरकार बनाकर इतिहास रच दिया है। नई सरकार के गठन के बाद सबसे बड़ा सवाल यही था कि आखिर इस बार कैबिनेट में किसे कौन-सा विभाग मिला है। बिहार में सत्ता संतुलन, विकास की प्राथमिकताएँ और संघटनात्मक रणनीति—इन सबके आधार पर विभागों का बंटवारा किया गया है। इस लेख में हम आपको नीतीश कैबिनेट के सभी मंत्रियों और उनके विभागों की पूरी जानकारी बहुत सरल और आकर्षक भाषा में बताने जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री – नीतीश कुमार
नीतीश कुमार ने हमेशा की तरह कुछ बड़े और संवेदनशील विभाग अपने पास ही रखे हैं।
उन्हें मिले विभाग:
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सामान्य प्रशासन
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कैबिनेट सचिवालय
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सतर्कता
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चुनाव विभाग
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और वे सभी विभाग जो किसी अन्य मंत्री को आवंटित नहीं किए गए हैं
इन विभागों के जरिए मुख्यमंत्री सीधे तौर पर प्रशासन, कानून व्यवस्था और शासन संचालन की मुख्य कमान अपने हाथ में रखते हैं। इसका मतलब है कि सरकार के हर बड़े फैसले और महत्वपूर्ण प्रक्रिया पर उनकी सीधी नजर होगी।
उप मुख्यमंत्री – सम्राट चौधरी (BJP)
सम्राट चौधरी को इस बार सबसे महत्वपूर्ण विभाग दिया गया है:
गृह मंत्रालय (होम डिपार्टमेंट)
यह विभाग पहले अधिकतर समय नीतीश कुमार के पास रहा करता था, इसलिए यह बदलाव राजनीति के लिहाज से बेहद अहम माना जा रहा है। यह विभाग कानून-व्यवस्था, पुलिस प्रशासन और सुरक्षा-प्रबंधन जैसे संवेदनशील क्षेत्रों को संभालता है।
उप मुख्यमंत्री – विजय कुमार सिन्हा (BJP)
उन्हें दो बड़े विभाग मिले हैं:
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राजस्व एवं भूमि सुधार
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खनन एवं भूविज्ञान
भूमि सुधार और खनन बिहार की अर्थव्यवस्था में सबसे कमाई वाले और महत्वपूर्ण विभाग माने जाते हैं। यह विभाग सीधे तौर पर विकास के राजस्व से जुड़े हैं और इनके सही संचालन से पूरे राज्य की कमाई में बड़ा योगदान होता है।
विजय कुमार चौधरी (JD-U)
इन्हें चार बड़े विभाग मिले हैं, जो प्रशासनिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण हैं:
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जल संसाधन
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संसदीय कार्य
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सूचना एवं जनसंपर्क
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भवन निर्माण
इन विभागों से यह स्पष्ट होता है कि सरकार चाहती है कि बिहार में जल प्रबंधन, सरकारी संचार, और बुनियादी ढांचे का विकास तेज़ी से हो। भवन निर्माण और जल संसाधन दोनों ही विभाग राज्य की विकास योजनाओं में सबसे आगे रहते हैं।
विजेंद्र प्रसाद यादव (JD-U)
इनके पास ऐसे विभाग हैं, जो बिहार की आर्थिक प्रगति की कमर माने जाते हैं:
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ऊर्जा विभाग
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योजना एवं विकास विभाग
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वाणिज्य कर
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पंजीकरण व निषेध एवं उत्पाद
ऊर्जा विभाग पर विशेष फोकस होने वाला है क्योंकि बिहार में बिजली और ऊर्जा की खपत लगातार बढ़ रही है। योजना एवं विकास विभाग सीधे बजट और नीति निर्माण से जुड़ा है।
श्रवण कुमार (JD-U)
इन्हें दिए गए विभाग हैं:
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ग्रामीण विकास
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परिवहन विभाग
बिहार में अधिकांश आबादी गाँवों में रहती है, इसलिए ग्रामीण विकास विभाग को सबसे प्रमुख माना जाता है। परिवहन विभाग सड़कों, वाहनों और राज्य के समग्र कनेक्टिविटी सिस्टम को मज़बूत करता है।
मंगल पांडे (BJP)
मंगल पांडे को फिर से दो प्रमुख विभाग मिले हैं:
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स्वास्थ्य
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विधि (कानून विभाग)
स्वास्थ्य विभाग पिछले कई वर्षों से बिहार की बड़ी चुनौती रहा है। विधि विभाग सारे न्यायिक मामलों और कानूनी प्रक्रियाओं से जुड़ा है। इन दोनों का तालमेल प्रशासन की पारदर्शिता को मज़बूत करता है।
डॉ. दिलीप कुमार जायसवाल (BJP)
उन्हें सौंपा गया विभाग:
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उद्योग (Industries)
यह विभाग नए निवेश, रोजगार के अवसर और औद्योगिक विकास से जुड़ा होता है। बिहार में उद्योग क्षेत्र अभी भी विकास की ओर बढ़ रहा है, इसलिए यह विभाग राज्य की आर्थिक स्थिति के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
अशोक चौधरी (JD-U)
उन्हें मिला:
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ग्रामीण कार्य विभाग
यह विभाग सड़कों और अन्य ग्रामीण बुनियादी ढांचे से जुड़ा होता है। ग्रामीण कार्य विभाग गाँवों में सीधे विकास पहुंचाने का सबसे बड़ा माध्यम है।
रेणु देवी (BJP)
उन्हें दिया गया विभाग:
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खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण
यह विभाग राशन, फूड सप्लाई चेन, उपभोक्ता अधिकार और सरकारी दुकानों से संबंधित है। यह सीधे आम जनता से जुड़ा विभाग माना जाता है।
नितिन नबीन (BJP)
इनके पास दो भारी-भरकम विभाग हैं:
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सड़क निर्माण विभाग
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शहरी विकास एवं आवास विभाग
सड़क निर्माण बिहार की अर्थव्यवस्था में गति लाने वाला प्रमुख तत्व है। शहरी विकास विभाग शहरों में स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा देता है।
मदन साहनी (JD-U)
इन्हें मिला:
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सामाजिक कल्याण
यह विभाग महिलाओं, बच्चों, वृद्धों और पिछड़े वर्गों के कल्याण से संबंधित है। सामाजिक कल्याण विभाग की योजनाएं सीधे सामाजिक संतुलन का आधार होती हैं।
कृषि विभाग (Agriculture)
यह विभाग सूर्यकांत या संबंधित मंत्री को दिया गया है, और चूंकि बिहार कृषि प्रधान राज्य है, इसलिए यह विभाग किसानों और ग्रामीण अर्थव्यवस्था के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
इस विभाग के माध्यम से फसल उत्पादन, किसान कल्याण योजनाएँ और कृषि तकनीक को बढ़ावा दिया जाता है।
सिंचाई और जल संसाधन
इस विभाग की कमान अमरेंद्र कुमार राय जैसे अनुभवी नेता के हाथों में दी गई है। बिहार में बाढ़ और सूखे जैसी चुनौतियाँ हर साल सामने आती हैं, इसलिए यह विभाग अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है।
संजय सिंह ‘टाइगर’ (BJP)
उन्हें मिला विभाग:
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श्रम संसाधन विभाग
यह विभाग मजदूरों की सुरक्षा, रोजगार, और श्रम योजनाओं पर काम करता है। बिहार में बड़ी संख्या में मजदूर काम करते हैं, इसलिए यह विभाग लोगों की आजीविका से सीधा जुड़ा है।
कैबिनेट में संतुलन कैसे बनाया गया?
नीतीश कुमार की कैबिनेट में इस बार सामाजिक, जातीय और क्षेत्रीय संतुलन का विशेष ध्यान रखा गया है।
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BJP को सबसे ज्यादा मंत्री
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JDU को उसके राजनीतिक भार के अनुसार हिस्सा
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साथ ही छोटे दलों को भी जगह
यह गठबंधन की मजबूती का संकेत माना जा रहा है।
यह विभाग बंटवारा क्यों खास है?
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विकास प्राथमिकताओं का स्पष्ट संकेत
सड़क, शहरी विकास, बिजली, कृषि जैसे विभागों पर विशेष फोकस है। -
राजनीतिक समीकरण मजबूत
गृह विभाग BJP को देना एक बड़ा संकेत है कि गठबंधन पर विश्वास मजबूत है। -
जनता को सीधा लाभ
सामाजिक कल्याण, उपभोक्ता संरक्षण और ग्रामीण कार्य विभाग सीधे आम जनता से जुड़े हैं। -
प्रशासनिक नियंत्रण CM के पास
महत्वपूर्ण विभाग अपने पास रखकर नीतीश ने शासन की कमान बनाए रखी है।छूटे हुए मंत्री और उनके विभाग
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लेशी सिंह (JD-U): उन्हें खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण (Food & Consumer Protection) विभाग मिला है।
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श्रेयसी सिंह (BJP): उन्हें सूचना प्रौद्योगिकी (IT) और खेल (Sports) विभाग मिला है।
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अरुण शंकर प्रसाद (BJP): उन्हें पर्यटन (Tourism), कला और संस्कृति (Art & Culture), तथा युवा विभाग (Youth Affairs) दिया गया है।
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सुरेंद्र मेहता (BJP): उन्हें पशु एवं मत्स्य संसाधन (Animal & Fisheries Resources) विभाग मिला है।
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नारायण प्रसाद (BJP): उन्हें आपदा प्रबंधन (Disaster Management) विभाग दिया गया है।
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राम निषाद / रमा निषाद (BJP): वे पिछड़ा और अति-पिछड़ा वर्ग कल्याण (Backward & Extremely Backward Classes Welfare) विभाग की मंत्री हैं।
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लखेंदा कुमार रोशन (BJP): उन्हें अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति कल्याण (SC & ST Welfare) विभाग मिला है।
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प्रमोद कुमार (BJP): उन्हें सहकारिता (Cooperatives) और पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन (Environment, Forest & Climate Change) विभाग दिया गया है।
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संतोष कुमार सुमन (HAM-S): उन्हें लघु जल संसाधन (Minor Water Resources) विभाग मिला है।
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सं जय कुमार (LJP-RV): उन्हें गन्ना उद्योग (Sugarcane Industry) मंत्रालय मिला है।
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सं जय कुमार सिंह (LJP-RV): उन्हें सार्वजनिक स्वास्थ्य इंजीनियरिंग (Public Health Engineering) विभाग मिला है।
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दीपक प्रकाश (RLM): उन्हें पंचायत राज विभाग (Panchayati Raj) सौंपा गया है।
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सुनील कुमार (JD-U): उन्हें शिक्षा (Education) और विज्ञान, प्रौद्योगिकी तथा तकनीकी शिक्षा (Science, Technology & Technical Education) विभाग मिला है।
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मो ज़ामा खान (JD-U): उन्हें अल्पसंख्यक मामलों (Minority Affairs) विभाग का प्रभार मिला है।
नीचे नीतीश कुमार की नई सरकार (2025 कैबिनेट) के बारे में 10 महत्वपूर्ण FAQ (Frequently Asked Questions) दिए गए हैं। ये SEO-friendly, सरल और पाठकों के लिए उपयोगी हैं:
नीतीश सरकार 2025 – टॉप 10 FAQs
1. बिहार की नई सरकार में कुल कितने मंत्री शामिल हैं?
नई नीतीश सरकार में कुल 26 मंत्री शामिल हैं, जिनमें BJP, JDU, HAM-S और LJP-RV के नेता शामिल हैं।
2. नीतीश कुमार ने अपने पास कौन-कौन से विभाग रखे हैं?
मुख्यमंत्री ने सामान्य प्रशासन, कैबिनेट सचिवालय, सतर्कता, चुनाव विभाग, और वे सभी विभाग जो अन्य मंत्रियों को नहीं दिए गए—अपने पास रखे हैं।
3. क्या इस बार गृह मंत्रालय नीतीश कुमार के पास है?
नहीं। इस बार गृह विभाग उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को दिया गया है। यह बदलाव बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
4. इस सरकार में किन दलों को जगह मिली है?
इस सरकार में BJP, JDU, HAM(S), LJP(RV) गठबंधन के नेता शामिल हैं।
BJP के सबसे ज्यादा मंत्री शामिल हैं।
5. उप मुख्यमंत्री कौन-कौन हैं और उनके पास कौन-से विभाग हैं?
बिहार के दो उप मुख्यमंत्री हैं:
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सम्राट चौधरी – गृह विभाग
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विजय कुमार सिन्हा – राजस्व एवं भूमि सुधार, खनन विभाग
6. शिक्षा विभाग किस मंत्री को मिला है?
सुनील कुमार (JDU) के पास शिक्षा विभाग और विज्ञान-तकनीकी विभाग की जिम्मेदारी है।
7. स्वास्थ्य विभाग किसके पास है?
मंगल पांडे (BJP) को स्वास्थ्य मंत्रालय दिया गया है।
8. नई सरकार की प्राथमिकताएं क्या हैं?
नई सरकार की शीर्ष प्राथमिकताएं हैं:
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कानून-व्यवस्था सुधार
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कृषि और ग्रामीण विकास
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सड़क और शहरी इंफ्रास्ट्रक्चर
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शिक्षा व स्वास्थ्य सुधार
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उद्योग और निवेश को बढ़ावा देना
9. ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए कौन-सा विभाग जिम्मेदार है?
ग्रामीण विकास विभाग श्रवण कुमार, और ग्रामीण कार्य विभाग अशोक चौधरी को मिला है। दोनों ही मंत्री ग्रामीण बिहार में विकास योजनाओं को लागू करेंगे।
10. इस कैबिनेट में महिलाओं को कौन-कौन से विभाग मिले हैं?
महिला मंत्रियों में प्रमुख हैं:
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लेशी सिंह – खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण
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रेणु देवी – उपभोक्ता और खाद्य सुरक्षा
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श्रेयसी सिंह – खेल एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग
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